होठों की हंसी को न समझ हकीकत-ऐ जिंदगी ,
दिल में उतर के देख कितने टूटे हुए हैं |
अन्दर कोई झांके तो टुकड़ों में मिलूँगा ,
ये हंसता हुआ चेहरा तो जमाने के लिए है |
हमें जिसकी तलाश थी वो अपना हमारे पास था |
हमसे कोई गलती न हो इसका हमें अहसास था ,
सुबह जब उठा तो पता चला की ये तो बेहद हसींन ख्वाब था |
वो जो रोज आती थी,यार वो लड़की अब आती नहीं है |
शांत शांत रहने लगी है, किसी को कुछ बताती नहीं है |
लगता है, की उसे मोहब्बत है किसी से,बस वो जताती नहीं है |
बहुत याद आ रही है तुम्हारी....
पर बताएं तो बताएं कैसे;....
अब तो phone भी तुम्हारा नहीं रहा |
3 टिप्पणियाँ
Jabardast🙏😘
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